इस नए साल में वाराणसी आने वाले पर्यटकों को नया तोहफ़ा
नये साल में गंगा पार टेंट सिटी का उठाइए लुत्फ, ये है पैकेज और कीमत, जानें क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं, यहाँ दे इस नए साल में वाराणसी आने वाले पर्यटकों को नया तोहफ़ा! नये साल में गंगा पार टेंट सिटी का उठाइए लुत्फ, ये है पैकेज और कीमत, जानें क्या मिलेंगी सुविधाएं
दुनिया के सबसे प्राचीन शहर बनारस में तंबुओं का शहर आकार ले रहा है। नये साल में मकर संक्रांति के बाद गंगा पार टेंट सिटी का लुत्फ उठाया जा सकेगा। इसके साथ ही काशी के पर्यटन में चार चांद लग जाएगा। देसी ही नहीं विदेशी पर्यटकों को भी गंगा पार रेती पर पंच सितारा सुविधाओं के साथ ठेठ बनारसी स्वाद, अंदाज और संस्कृति का आभास होगा।
टेंट सिटी में रहने वाले लोग गंगा के अर्द्धचंद्राकार घाटों का नजारा भी ले सकेंगे। वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) की देखरेख में अस्सी घाट के सामने टेंट बनाने का काम जोरों पर चल रहा है।
100 एकड़ में बसने वाली टेंट सिटी में प्रेवेज कम्युनिकेशन को 400 टेंट और लल्लूजी एंड संस को 200 टेंट बनाने हैं। इससे हर साल ढाई से तीन करोड़ रुपये की आय वीडीए को होगी। इसे बनाने के लिए 7 से 8 करोड़ रुपये खर्च होंगे। टेंट सिटी दो हिस्सों में तैयार हो रही है। इसमें विला, दरबारी, प्रीमियम, सुपर डीलक्स और डीलक्स टेंट बनाए जा रहे हैं।
टेंट सिटी में रहने वालों के लिए कीमतों का पूरा अधिकार निजी संस्था को दिया गया है, लेकिन किसी प्रकार की दिक्कत न हो इसकी निगरानी की जाएगी। निगरानी के लिए मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में कमेटी गठित है, जो लगातार नजर बनाए हुए है।
वाराणसी में टूरिज्म का नया स्पॉट अब गंगा की रेत पर टेंट सिटी होगी। इसके लिए 600 लग्जरी कॉटेज बनाए जा रहे हैं। इसको डिलक्स, प्रीमियम और गंगा दर्शनम् कॉटेजों में बांटा गया है। सनसेट में यहां आपको गोवा जैसी फीलिंग आएगी। उत्तर वाहिनी गंगा के पूर्वी छोर पर रेत में बसाई जा रही टेंट सिटी कई मायनों में खास है।
यहां ठहरने के बाद आपको राजसी ठाठबाट का एहसास भी होगा। गंगा दर्शन के साथ आप बोटिंग, योग, वाटर स्पोर्ट्स कर सकते हैं। सिटी में लाइब्रेरी, आर्ट गैलरी, गेमिंग जोन भी बनाए गए हैं। यहां बाहर से आकर रहने वाले कैमल और हॉर्स राइडिंग के मजे भी ले सकेंगे।
वाराणसी डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी VDA के अफसरों का कहना है कि सब कुछ सही रहा, तो मकर संक्रांति से टेंट सिटी में बुकिंग शुरू हो जाएगी।
टेंट सिटी में टूरिस्ट की हर फैसिलिटी का खास ख्याल रखा जा रहा है। VDA के अफसरों का दावा है कि यहां ठहरने वाले टूरिस्ट को तारांकित होटलों जैसी सुविधा का एहसास होगा।
टेंट सिटी में टूरिस्ट की हर फैसिलिटी का खास ख्याल रखा जा रहा है। VDA के अफसरों का दावा है कि यहां ठहरने वाले टूरिस्ट को तारांकित होटलों जैसी सुविधा का एहसास होगा।
टूरिस्ट को यहां ठहरने के लिए आलीशान व्यवस्था मिलेगी। काशी की गीत-संगीत की परंपरा का खास ख्याल रखते हुए यहां संगीत संध्या भी रखी जाएगी। अब सवाल उठता है कि टेंट सिटी को तैयार करने की जरूरत क्यों पड़ी...? जवाब है कि श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद वाराणसी में रिकॉर्ड टूरिस्ट आ रहे हैं।
यहां साल भर में 7.35 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आए हैं। इसे देखते हुए वाराणसी में टूरिस्ट की आवाजाही को बरकरार रखने के लिए नए सेंटर डेवलेप करने का डिसीजन लिया गया है।
बुकिंग मिली तो 15 जून तक चलेगी टेंट सिटी
टेंट सिटी में रहने वालों को भी होटल जैसी ही फैसिलिटी मिलेंगी। टेंट सिटी में उठने-बैठने और खाने-पीने से लेकर सोने तक की विशेष व्यवस्था की जा रही है। इसी क्रम में गंगा घाटों के दूसरी ओर रेत पर टेंट सिटी बसाने की कोशिशें शुरू हो चुकी हैं।
पहले ये टेंट सिटी देव दिवाली के पहले ही बसाकर टूरिस्ट के लिए खोलने का निर्णय लिया गया था, लेकिन इस साल गंगा का जलस्तर कम ही नहीं हुआ। इसके चलते दिसंबर से टेंट सिटी का काम शुरू हुआ। अफसरों का कहना है कि टेंट सिटी की बुकिंग को लेकर टूरिस्ट का उत्साह दिखेगा, तो इसे 15 जून तक लगातार चलने दिया जाएगा।
तीन तरह के कॉटेज मिलेंगे टेंट सिटी में
टेंट सिटी में टूरिस्ट के लिए गेमिंग जोन भी बनाए जा रहे हैं।
ठंड के दिनों में काशी में घाटों के दूसरी तरफ रेत में टूरिस्ट काफी संख्या में आते हैं। नाव पर बैठकर वापस गंगा घाटों की ओर रुख कर जाते हैं। यहां आने वाले लोगों की पेइंग कैपेसिटी के अनुसार 3 तरह के कॉटेज मिलेंगे। इनका टैरिफ भी जारी कर दिया गया है।
टेंट सिटी में तीन तरह कॉटेज डिलक्स, प्रीमियम और गंगा दर्शनम् होंगे। टेंट सिटी के डिलक्स कॉटेज में दो रात तीन दिन रुकने का किराया 16 हजार रुपए प्रति व्यक्ति होगा। यही किराया प्रीमियम कॉटेज के लिए 28 हजार रुपए और गंगा दर्शनम् के लिए 48 हजार रुपए होगा। अगर 2 लोग कॉटेज शेयर करना चाहेंगे, तो उसमें प्रति व्यक्ति छूट मिलेगी। डिमांड बढ़ने पर रेंट की दर घटती-बढ़ती रहेगी।
2 फर्म मिलकर बना रही 600 टेंट
टूरिस्ट यहां कैमल और हॉर्स राइडिंग का लुत्फ उठाने के बाद नाव पर बैठ कर वापस गंगा घाटों की ओर रुख कर जाते हैं।
टेंट सिटी का टेंडर दो फर्म को दिया गया है। इसके तहत एक फर्म को 400 टेंट और दूसरी फर्म को 200 टेंट बनाना है। बुनियादी सुविधाएं विकसित करने सहित अन्य व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी VDA के साथ पर्यटन, बिजली, केंद्रीय जल आयोग और गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई सहित 13 विभागों को दी गई है।
अफसरों का कहना है कि टेंट सिटी में टूरिज्म के लिहाज से प्रत्येक टूरिस्ट को ऐसी फैसिलिटी उपलब्ध कराई जाएगी कि हमें रिजल्ट अच्छा मिले।
सरकारी विभाग की तरफ से टेंट सिटी का कुछ इस तरह से होर्डिंग लगाया गया है।
टेंट सिटी में लोगों के लिए सभी रखी गई है। इसकी तस्वीरें भी जारी हो गई है।
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